अगर कॉमिक्स की भी स्कूली शिक्षा होती तो कुछ यूँ नज़ारे देखने को मिलते।
*) - पेरेंट्स-टीचर मीटिंग
अभिभावक 1 - लड़का तो पूरे दिन पढ़ता रहता है फिर नंबर क्यों नहीं आते इसके कॉमिक्स शास्त्र में ?
शिक्षक - जी, ध्यान सिर्फ तौसी, गमराज औऱ क्रुकबांड जैसे ग्रेडिंग सब्जेक्ट के कैरक्टर्स में रहता है नालायक का ! चाचा चौधरी, नागराज, डोगा, अघोरी के पन्ने पलटना तो जैसे पाप है इसके लिए, तो आप ही बतायें, नंबर कहाँ से आएंगे इसके?
अभिभावक 2 - आप यह बताईये गुप्ता जी कि जब जम्बू, फैंटम, प्रेत अंकल और काली विध्वा CBSE ने कोर्स से हटवा दिए पिछले साल तो आप लोग बच्चो से ज़बरदस्ती उनकी किताबें और मरकंडाइज़ क्यों खरीदवा रहें है? लूट मचा रखी है! ऊपर से तिलिस्म देव को आपने आधा चैप्टर दे रखा है और Marvel, DC 3 headings में निपटा दिए! मैं RTI फाइल करूँगा।
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*) - एक लड़की - आई लाइक नागपाशा बट उसमे फरसा वाला चार्म नहीं है।
अनेक लड़की - Awwwwwww........
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*) - एग्जाम के बाद लड़को का ग्रुप पेपर डिस्कस करता हुआ।
"यार टीचर पगला गये है। इंस्पेक्टर स्टील पर 15 नंबर का लोंग question दे दिया और चंडिका पर 2 नंबर का शार्ट, फिर कहते है मार्क्स कम क्यों रह गये...."
"हाँ! तिरंगा की जीवनी पूछ ली। अब उसमे लिखने को है ही क्या? उस से ज़्यादा तो फूजो बाबा के एडवेंचर्स है।"
"अब तो आ जाओ, आ जाओ, आ जाओ नागराज के आगे फिल इन थे ब्लैंक्स में क्या भरा?"
"पुराने चैप्टर्स मैंने नहीं देखे, अपने से राइम बना दी - 'अब तो आ जाओ, आ जाओ, आ जाओ नागराज....शेक योर एज़ ! भाई शेक योर एज़ !' यार, इसके बाद यही राइम सही बैठ रही थी।"
"अरे उल्लू ऐसा थोड़े था, ये था - 'अब तो आ जाओ, आ जाओ, आ जाओ नागराज....हमको तेरी ही है एस....आई मीन आस, हमको तेरी ही है आस!"
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*) - एक लड़की - यार नयी कॉमिक में आई noticed बौना वामन की ऐब्स, एंड आई was लाइक OMG !
एक और लड़की - वो तो कुछ भी नहीं एक विंटेज एड में जादूगर शकूरा के किलर कट्स है with 8 पैक ऐब्स और जब वो मुंडी टिल्ट करके डायलॉग देता है, इट्स जस्ट...जस्ट आई गो वीक इन माई नीज़ !
अनेक लड़की - Wowwwww....
- Mohit Trendy Baba